साकारात्मक रहें! ईश्वर पर यकीन रखें!
राजा-रंक, दीन- हीन ईश पे करो यकीन।
इसी सृष्टि हेतु वह लेता अवतार है।।
अर्थ हेतु त्राहि-त्राहि, हाय-हाय मत करो।
उस पर छोड़ो जिसका यह संसार है।।
जितनी भी होगी हानि उससे बहुत ज्यादा।
देगा मेरा नारायण बड़ा ही उदार है।
सच तो यही है कि बड़ा ही कलाकार है वो।
ये पतझड़ में भी छुपी कोई बहार है।।
पावनी कुमारी
