नौतनवा: वर्ष 2012 से खोरिया, रतनपुर व बरगदवा के बीच अवैध रूप से घूम रही एक अल्ट्रासाउंड मशीन

नौतनवा/महराजगंज:

वर्ष 2012 में नौतनवा कस्बे के जयहिंद चौराहा के पास एक अल्ट्रासाउंड मशीन आई। बिना पंजीकरण के एक केंद्र पर जुगाड़ के भरोसे कुछ दिन चली। फिर वहां कुछ एन-केन-प्रकारेण विवाद के कारण वह अल्ट्रासाउंड सेंटर बंद हो गया। तब से वह अल्ट्रासाउंड मशीन बाजारों में इधर-उधर तैर रही है। अड्डा बाजार, खोरिया बाजार, रतनपुर व बरगदवा तक का सफर तय की। तमाम सेटिंगबाज एसीएमओ व सीएमओ से जुगाड़ लगा कर उसे मशीन को समय-समय पर चलाते रहे। सूत्रों की माने अभी कुछ दिन पहले वह अल्ट्रासाउंड मशीन रतनपुर में थी। हो हल्ला हुआ है। खबर है कि फिर उस मशीन के लिए नई ठौर तलाशी जा रही है। स्वास्थ्य महकमा के अधिकारी इस मशीन के संरक्षण में कृपादृष्टि बनाए हुए हैं। रकम वसूली का खेल जारी है।
स्वास्थ्य विभाग के ताजा आंकड़ों की माने तो नौतनवा व आसपास के क्षेत्रों में मात्र तीन स्थानों पर अल्ट्रासाउंड केंद्र वैध हैं। एक मैक्स सिटी हॉस्पिटल नौतनवा में है, दूसरा एसबी हॉस्पिटल नौतनवा और नौतनवा कस्बा के गांधी आश्रम के पास स्थित लाइफ अल्ट्रासाउंड केंद्र का। अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्षेत्र में इधर-उधर अवैध रूप रही चौधी अल्ट्रासाउंड मशीन वर्ष 2012 में क्षेत्र में किसके शह पर आई? नियम के अनुसार अल्ट्रासाउंड मशीन एक पात्र चिकित्सक के नाम पर एलाट व खरीदी जाती है। इसकी कीमत 5-10 लाख रुपये के बीच है।
सीएमओ डॉ अशोक कुमार का कहना कि बिना शिकायती पत्र के वह जांच नहीं करते।

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