(नेपाल): नेपाल के अस्थिर राजनैतिक माहौल ओली सरकार ने एक महत्वपूर्ण फैसला लिया है। वह यह कि हिंसा के आरोप में करीब 3 वर्ष से प्रतिबंधित माओवादी (विप्लव) गुट अब सरकार के साथ शांतिपूर्ण राजनीति का हिस्सा होगा। जिसको लेकर एक महत्वपूर्ण व सहमति बैठक शुक्रवार की दोपहर 2 बजे काठमांडू में होगी। बैठक में नेपाल के प्रधानमंत्री केपी ओली शर्मा , गृहमंत्री रामबहादुर थापा व विप्लव गुट के अध्यक्ष नेत्र विक्रम चंद शामिल होंगे। तीन बिंदुओं पर विप्लव गुट से सहमति बनी है। जिनमे से एक यह भी है कि हिंसा के आरोप में जेलों में बंद विप्लव गुट के नेताओं व कार्यकर्ताओं को जेल से रिहा किया जाएगा। साथ ही उन पर दर्ज आपराधिक मामले हटा दिए जाएंगे। नेपाल सरकार व विप्लव गुट में हुए इस समझौते के बाद भूमिगत विप्लव माओवादी के भूमिगत नेता व कर्ता अब सामने आने लगे हैं। शुक्रवार की सुबह नवलपरासी जिले के अमरापुर गांव में विप्लव गुट के अध्यक्ष नेत्र विक्रम चंद्र सार्वजनिक हुए। उन्हें प्रशासन की कड़ी सुरक्षा में काठमांडू बैठक के लिए रवाना किया गया। वहीं इसी से जुड़े एक अहम घटनाक्रम में जेल में बंद विप्लव गुट के बड़े नेता धर्मेंद्र बसकोटा समेत विप्लव गुट के कई कार्यकर्ताओं को जेल से रिहा कर दिया है। बतादें कि माओवादी का विप्लव गुट हिंसा व हत्या के कई वारदातों को अंजाम देने के कारण सरकार द्वारा प्रतिबंधित घोषित था। उसके नेता व कार्यकर्ता भूमिगत थे।
(नौतनवा/महराजगंज):नौतनवा इंटर कालेज में भारतीय सेना के गोरखा रेजिमेंट की भर्ती प्रकिया में पहुंचे नेपाली युवकों की भीड़ ने शुक्रवार को जमकर हंगामा व तोड़फोड़ किया। इस घटना के बाद हरकत में आए पुलिस महकमा काफी मशक्कत में मामले को शांत कराया। चेते भी। पुलिस ने अपनी शुरुआती खामियों पर […]