—–साक्षात्कार ———-
अपनी मांगों को लेकर दिल्ली के बॉर्डर पर आंदोलनरत किसानों की गूंज उत्तर प्रदेश के महराजगंज जिले में भी है। हालांकि भाजपा किसानों के मुद्दे में कांग्रेस या सपा के हस्तक्षेप को राजनीति बता रही है। किसानों के मुद्दे पर महराजगंज विपक्षी नेताओं की क्या राय है। इसको जानने के लिए महराजगंज समाचार निर्देश के ब्यूरोचीफ धर्मेंद्र चौधरी ने नौतनवा विधानसभा के पूर्व विधायक व सपा नेता कुंवर कौशल उर्फ मुन्ना सिंह से विशेष बातचीत व सवाल जवाब किए। ये हैं सवाल जवाब के प्रमुख अंश–
सवाल- सरकार द्वारा पारित नए किसान बिल पर किसान आंदोलन पर हैं। इस आंदोलन को कितना सही मानते हैं आप?
मुन्ना सिंह: किसानों की मांग बिल्कुल जायज है। किसान अपने उपज के न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी चाहते हैं। जो कि भाजपा द्वारा बनाए गए नए नियम कानून में नहीं है।
सवाल: सत्ता पक्ष का आरोप है विपक्ष इस आंदोलन में राजनीति कर रहा है। इस पर आपका क्या कहना है?
मुन्ना सिंह: हम भी जनता का प्रतिनिधित्व करते हैं। जिसमें अधिकांश किसान हैं। हमारे कार्यकर्ता भी किसान हैं। मेरी भी खुद की खेती-बाड़ी है। वाजिब मांग को भी भाजपा राजनीति कहे तो वह कहती रहे।
प्रश्न: क्या करेंगे आप?
मुन्ना सिंह: वह आंदोलनरत किसानों के साथ हैं। 15 दिसंबर को वह अपने कार्यकर्ताओं व किसानों के साथ नौतनवा में सड़क पर उतरेंगे और तहसील परिसर में लोकतांत्रिक तरीके से धरना व विरोध प्रदर्शन करेंगे।
प्रश्न- सत्तापक्ष का आरोप है कि किसान कम परेशान हैं, जबकि विपशी राजनैतिक दल अधिक?
मुन्ना सिंह: पूरे महराजगंज जिले में किसानों ने खुलेआम अपनी उपज को 12 सौ प्रति क्विंटल बेचना पड़ा है। धान क्रय केंद्रों की हालत खराब है। भाजपाई जमीनी हकीकत को बरगला रहे हैं। कभी किसी किसान के पास ये भाजपाई जाकर पूछें। तो दूध का दूध पानी का पानी हो जाए।
प्रश्न: अगर आपको लगता है कि किसानों को बरगलाया व गुमराह किया जा रहा है। तो आप क्या करेंगे?
मुन्ना सिंह: सुना हूँ कि भाजपा के लोग जनवरी माह से गांव-गांव जाकर किसानों के साथ चौपाल लगाने का अभियान शुरू करने वाले हैं। भाजपाइयों की यह चौपाल निश्चित रूप से किसानों को गुमराह करने वाली होगी। वह भी गांव-गांव चौपाल लगाकर किसानों को गुमराह होने से बचाएंगे।