महराजगंज (यूपी) से हैदर अली की विशेष रिपोर्ट:
उत्तर प्रदेश के महराजगंज जिले के निचलौल थाना क्षेत्र के मटारा ग्राम के लोग दो दिन से आक्रोश में हैं। एसएसबी व प्रशानिक अमला उन्हें समझाने में जुटा है। मामला कुछ ऐसा हो गया कि सैकड़ों की संख्या में ग्रामीणों को लाठी-डंडा लेकर नोमेंस लैंड पर जाना पड़ा। नेपाल के सशस्त्र पुलिस को पीटना पड़ा फिर भागना पड़ा। माहौल और अधिक बिगड़ने से पहले एसएसबी और पुलिस ने मोर्चा संभाल लिया। बात और भी बिगड़ने से बच गई।
मामले पर नजर डालें तो
मटारा ग्राम की दो महिलाएं दो दिन पूर्व नोमेंस लैंड सटे नेपाल में स्थित अपने खेत में काम करने गई थी। कोरोना के मद्देनजर बार्डर सील की निगरानी में तैनात नेपाल सशस्त्र पुलिस ने महिलाओं को रोक लिया और बार्डर सील का हवाला देकर महिलाओं को भारतीय सीमा में नहीं घुसने दिया । नेपाल पुलिस के जवानों ने महिलाओं को अपनी एक अस्थायी चौकी में बैठा लिया। इस बात की सूचना जैसे ही महिलाओं के घर वालों को मिली। उनके घर वाले महिलाओं को मुक्त कराने नेपाल पुलिस वालों के पास पहुंच गया। जहां बात-विवाद हुआ। नेपाल पुलिस कर्मियों ने महिलाओं को छुड़ाने गए पुरुष को बुरी तरह पीट दिया। यह बात मोटारा गांव तक पहुंची। तो सैंकड़ों ग्रामीण आक्रोशित हो गए। लाठी डंडा लेकर नेपाल में घुस गए और नेपाल पुलिस कर्मियों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटने लगे। मामले की सूचना पर दोनों देशों की पुलिस व भारतीय एसएसबी जवान मौके पर पहुंच गए। बढ़ रहे विवाद को शांत कराने के लिए। दोनों देशों के प्रशाशनिक अमले को दो दिन मशक्कत करनी पड़ी। ग्रामीणों को भी समझा बुझा कर मामला शांत कराया गया है। दोनों देश के अधिकारियों के बीच बातचीत जारी है। एसएसबी के अधिकारियों का कहना है कि ग्रामीण व नेपाल पुलिस में विवाद हुआ था। जिसे शांत करा दिया गया है।