तस्वीर देख कर
तस्वीर में कुछ यूँ मुस्करा रहे हैं आप
जाने क्यों मंद मंद मुस्करा रहे हैं आप
एक भोली सी मुस्कान है चेहरे पर आपके
यूँ लगता है जैसे किसी से शर्मा रहे हैं आप
देखते रहो तो रंग बदलने लगती है तस्वीर
कभी ऐसे लगता है यूँ गुनगुना रहे हैं आप
कभी कुछ कुछ होता है तस्वीर को देख कर
कभी लगता है यूँ कि मेरे पास आ रहे हैं आप
ये भी खूब बात है आपने ज़ज्बात की विंदर '
सोचो जैसा वैसी ही तस्वीर पा रहे हैं आप
Copyright @ Dr Devinder kaur